Submitted By : M. IRFAN
हुस्न पत्थर का, काँटों की चुभन, अजब निराली है जवानी उसकी,बह जाएँ न ये अरमां बिखर जाये न ये दिलकश सी कहानी उसकी,
अजी कह दो के उस पत्थर से न करे प्यार कोई पागल न दीवाना, अभी तो शोख है यारों कल कातिल न हो जाये मगरूर जवानी उसकी !
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Date :
May 24, 2012 12:46:23
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